◦ रक्षा-बंधन ◦
रक्षा बंधन और भारत का बड़ा त्योहार हा या त्यौहार बताता है हा भाई-बहन का रिश्ते को एक बहन का भाई पर विश्वास को या बांधता है भाई बहन का एक अनोखा रिश्ते को एक राखी की डोर बहुत मजूबत बनाती है इस रिश्ते ये एक दोर दिखने में तो हल्की सी होती है पर इसका पीछे छुपा बहन का प्यार बहुत गहरा होता है या इसी प्यार को दिखती है ये राखी।
◦ रक्षा बंधन क्यों बनता है... ◦
इस त्योहार को राखी के नाम पर भी जाना जाता है राखी का ये त्योहार श्रावण माह की पूनम को मनाया जाता है कहा जाता है कि या इस दिन बहन अपने भाई को राखी बांध कर अपनी सुरक्षा का वचन लती है कि भाई अपनी बहन का ख्याल रखेगा या बहन पर आने वाली सारी विपदाओ या आपदाओ को आगे होकर संभालेगा मतलब भाई अपनी बहन पर कोई भी आंच नहीं आने देगा राखी की शुरुआत महाभारत के समय से हुई थी जब एक बार किसी करण भगवान श्री कृष्ण की उंगली में चोट लग गई जिस से उनकी उगली का खून बहने लगा जब ये सब द्रोपदी ना देखा जो पहले से कृष्ण की सखी (दोस्त) भी थी, वे अपना पलू फाड़ कर उनकी उंगली पर बंध दिया जिस पर श्री कृष्ण ना उनको वचन दिया कि जब भी द्रौपदी कोई मुश्किल में होगी तब श्री कृष्ण आ कर उनकी मदद करेंगे या जब महाभारत में द्रौपदी का चीर हरण हो रहा था तब श्री कृष्ण ने आ कर का उनका चीर हरण को रोका था तब रक्षाबंधन की शुरुआत हुई थी।
◦ इतिहास में देखा गया राखी की सुरुआत का पहला साक्षी रानी कर्णावती या सम्राट हुमऊ था, रानी कर्णावती ना सम्राट हमौ को राखी भेजी थी या हुमऊ ने युद्ध में अपनी सेना भेज कर रानी कर्णावती या उनकी प्रजा की रक्षा कर बहन का दरजा दिया था।
◦ राखी का अर्थ... ◦
राखी का धागा रक्षा का धागा ये वो धागा है जो एक लड़की है, कोई भी एक लड़के को राखी बांध सकती है, अपना रक्षक मानती है जो उसकी सभी को पसंद है या प्रेशानियो को डोर करेगी या रक्षा धागा लड़की अपना भाई को पिताजी को अपना पति को भी बांधती है रक्षा धागा रक्षक का प्रतीक होता है जिस भी लड़की को अपना रक्षक जिस मां को भी दिखाता है वो उसे राखी बांधती है।
◦ सब से पहेली राखी इंद्र ने अपने पति इंद्र को बांधी थी उनकी रक्षा करने का वचन लिया उन्हें सभी नुक्सानों से बचाने के लिए एक तरह से रक्षा ताबीज उनकी कलाई पर बंधा था।
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